दंगल तीन दिन में लगभग 100 करोड़ ₹ कमाती है और विपक्ष कह रहा है कि नोटबन्दी से जनता परेशान है तो दंगल देखने वाले क्या मंगल ग्रह से आ रहे है ?:ok_hand::ok_hand::stuck_out_tongue_winking_eye::stuck_out_tongue_winking_eye::stuck_out_tongue_winking_eye:
Just Read One Comment On Facebook....
" Wah Modiji....Kya Blind Khela,
Pura India Show Kr Rha Hai "
.......:grinning::grinning::grinning::grinning: Maan Gye ....:grinning::grinning::grinning:
पहले घर में 500 के नोट रात मे गिन कर 50 नोट रखते थे और वो सुबह 45-46 हो जाते थे और अब गिन के 50 रखो साला सुबह 55 हो जाते है ।
जय हो :stuck_out_tongue_winking_eye::stuck_out_tongue_winking_eye::stuck_out_tongue_winking_eye::stuck_out_tongue_winking_eye::stuck_out_tongue_winking_eye:
बीबी की जय हो
किसी के पास 500 1000 के नोट हो तो घबराये नहीं मेरे खाते में डाल सकते हैं किसी को नहीं कहुंगा:stuck_out_tongue_winking_eye::stuck_out_tongue_winking_eye::stuck_out_tongue_winking_eye:आखिर आपका ये दोस्त कब काम आएगा:flushed::flushed::smile::smile::smile:
वेश बदलकर भगवान्, वैश्य से पूछते हैं कि तुम्हारी नौका में क्या है वैश्य जवाब देता है कि मेरी नौका में तो सिर्फ "फूल, पत्ती और कपड़े हैं". वैश्य का जबाब सुनकर भगवान कहते हैं, "तथास्तु". और नौका में रखा सारा धन फूल पत्तों में बदल जाता है.
ऐसे ही तीन माह पहले प्रधानमंत्री ने भी लोगों पूछा था तुम्हारी तिजोरी में क्या छूपा हुआ है अगर ब्लैक मनी हो तो 30 सितम्बर तक घोषित कर दो और टैक्स चुका दो. लेकिन लोग बोले, "नहीं नहीं, हमारी तिजोरी में तो सिर्फ ही ''कागज ही कागज़'' है" प्रधानमंत्री मोदी बोले, "तथास्तु" और तिजोरी का कालाधन कागज के टुकड़ों में बदल गया.